गुरुवार, 20 मार्च 2014

छत्तीसगढ़ की सीमा घेरेगी पड़ोसी राज्यों की फोर्स

छत्तीसगढ़ सीमा में नक्सलियों की घुसपैठ को नाकाम करने के लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस से मदद ली जा रही है। हाल ही में आंध्रप्रदेश, ओडिशा, उप्र, बिहार और झारखंड के पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य के अफसरों की बार्डर मीटिंग में लोकसभा चुनाव में आतंक फैलाने के लिए नक्सलियों की घुसपैठ को नाकाम करने की फूलप्रूफ रणनीति तय की गई। अफसरों का कहना है कि शांतिपूर्ण ढंग से संपन्ना हुए विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी अर्धसैनिक बलों की मदद से राज्य पुलिस बल नक्सलगढ़ के जंगलों की घेराबंदी करेगी। इससे नक्सलियों को जंगल से बाहर निकलने का मौका नहीं मिलेगा और वे कोई भी वारदात नहीं कर पाएंगे। राज्य के सीमावर्ती ओडिशा, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मप्र, उप्र, बिहार और झारखंड सीमा को सील किया जाएगा। वहां पर पड़ोसी राज्यों की फोर्स की मौजूदगी से नक्सलियों के भागने के रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। नक्सलियों के खिलाफ उच्च स्तरीय अभियान चलाकर पड़ोसी राज्य की फोर्स के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव तीन चरणों में होने है। बस्तर में पहले चरण तथा दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में चुनाव होंगे। बस्तर, कांकेर की सीमाएं ओडिशा से लगी हुई हैं। इन क्षेत्रों में फोर्स कड़ी निगरानी रखेगी। सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के सहयोग से चुनाव से पहले सर्च अभियान चलाया जाएगा। पुलिस मुख्यालय में ओडिशा के पुलिस अफसरों के साथ हुई बैठक में यह तय किया गया कि नक्सलियों के छिपने तथा कई अन्य स्थानों की जानकारी निरंतर देते रहेंगे। गौरतलब है कि मुख्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आंध्रप्रदेश, मप्र, बिहार, उप्र तथा झारखंड के अफसरों के साथ प्रदेश के सीमावर्ती रेंज के अफसरों की बैठक भी हो चुकी है। बैठक में नक्सलियों के घुसपैठ को सख्ती से रोकने की रणनीति तय की गई।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, फोर्स अलर्ट
लोकसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी आईजी जीपी सिंह ने 'नईदुनिया' को बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की पूरी तैयारी कर ली गई है। चुनाव कराने आए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के बारे में जानकारी दी जा रही है, ताकि उन्हें ऑपरेशन के दौरान कोई दिक्कत न हो। सीमा पर नक्सलियों की घुसपैठ, अवैध हथियार तथा शराब आदि की तस्करी रोकने फोर्स को हाईअलर्ट रहने को कहा गया है। फोर्स की संख्या कितनी होगी फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से इसका खुलासा करने से अफसर इंकार कर रहे है।
दुर्गम इलाकों में हेलीकॉप्टर से जाएगा मतदान दल पुलिस सूत्रों ने बताया कि बस्तर व राजनांदगांव क्षेत्र के कुछ ऐसे दुर्गम इलाके हैं, जहां मतदान दलों को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ मतदान केंद्रों तक सुरक्षित पहुंचाना चुनौती भरा काम है। यहां पर लगातार नक्सली गतिविधियां होती रहती हैं। मतदान को प्रभावित करने के लिए नक्सली मतदान दलों को निशाना बनाकर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे हालात में मतदान दलों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ वहां पर पहुंचाया जाएगा।

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