शनिवार, 31 मई 2014

झा प्रदेश अध्यक्ष तो बीडी को बनाया जा सकता है महामंत्री

तोमर के केंद्र में मंत्री बनते ही शुरू हुई़ अटकलें भाजपा। आज मोदी सरकार के गठन के साथ ही अब भाजपा अपने संगठन में भी फेरबदल की तैयारी में जुट जाएगी। केंद्रीय संगठन के साथ ही प्रदेश संगठन में भी बदलाव किया जाएगा। केंद्र में मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर को मंत्री बनाए जाने के साथ ही नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में प्रभात झा का नाम सामने आ गया है। वहीं अब संगठन महामंत्री अरविंद मेनन को भी बदला जाएगा। मेनन को केंद्रीय संगठन में या फिर किसी अन्य प्रांत में जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। संभवत: विष्णु दत्त शर्मा(वीडी शर्मा) को मप्र भाजपा का नया संगठन मंत्री बनाया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो मप्र में झा और वीडी पर नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा का जीता कर कांग्रेस का प्रदेश से पूरी तरह सफाया करने की जिम्मेदारी होगी। उल्लेखनीय है कि झा ने अपने पूर्व कालकाल में प्रदेश संगठन को इतना मजबुत और सक्रिय कर दिया था कि विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में पार्टी को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ी। उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय से लेकर ब्लॉक स्तर तक के पदाधिकारियों को एक सूत्र में पिरोया। यही नहीं उन्होंने आदिवासी और अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्रों में खुद डेरा डाल कर उन्हें भाजपा से जोड़ा। झा के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में की गई मेहनत और अनुभव को देखते हुए पार्टी आलाकमान उन्हें पुन: प्रदेशाध्यक्ष बना सकता है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के रास्ते भाजपा में आए विष्णु दत्त शर्मा अब नए ठौर की तलाश में हैं। पांच महीने पहले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उनकी सेवाएं भाजपा को सौंपी थीं। देश में चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होते ही संघ और भाजपा इस बारे में अहम् फैसला करने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा में आने के बाद वीडी शर्मा को पार्टी ने पहला टारगेट झारखंड जाकर चुनावी मैनेजमेंट संभालने का दिया था। वहां पार्टी को मिली जीत के बाद संगठन शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपना चाहता है। अगले पखवाड़े तक इनकी भाजपा में नई भूमिका तय होने की संभावना है। भाजपा की दिल्ली में संपन्न राष्ट्रीय परिषद के दौरान संघ ने मप्र के वीडी शर्मा की सेवाएं भाजपा को सौंपने का फैसला किया था। शुरुआती कुछ दिन शर्मा को छत्तीसगढ़ के संगठन महामंत्री रामप्रताप के साथ सहयोगी की भूमिका में रखा गया। इसके बाद उनकी तैनाती लोकसभा चुनाव में झारखंड कर दी गई। उन्हें झारखंड में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की जमावट और चुनावी रणनीति बनाकर राज्य की 15 सीटों में से अधिक से अधिक सीटों पर कमल खिलाने की चुनौती दी गई थी। शर्मा ने संगठन के अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर भाजपा को 12 सीटों पर जीत दिलाई है। अब बेहतर चुनावी नतीजों से उनके नए कार्यक्षेत्र का रास्ता प्रशस्त होगा। संघ और संगठन अब वीडी शर्मा की नई जवाबदारी के बारे में निर्णय करेगा। लंबे समय तक अभाविप में क्षेत्रीय संगठन मंत्री के बतौर कार्यरत रहे शर्मा के नए ठौर का फैसला संघ की ओर से भाजपा का काम देख रहे सह सर कार्यवाह भैयाजी जोशी एवं सुरेश सोनी की सलाह पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और संगठन महामंत्री रामलाल करेंगे। जिन राज्यों के संगठन महामंत्रियों की भूमिकाओं में बदलाव की संभावना है उनमें उप्र, बिहार, राजस्थान, झारखंड, दिल्ली और मप्र का भी जिक्र किया जा रहा है। हालांकि मप्र में अरविंद मेनन को संगठन महामंत्री बने करीब साढ़े तीन साल हो चुके हैं। उनका परफार्मेंस भी काफी सराहा जा चुका है। मेनन 2008 के विधानसभा एवं 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन संगठन महामंत्री माखन सिंह के साथ बतौर सह संगठन महामंत्री के रूप में कार्यरत थे। उनके अलावा भगवत शरण माथुर भी सह संगठन महामंत्री के रूप में यहां तैनात थे। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मप्र में 165 और लोकसभा चुनाव में 27 सीटें जीत कर सभी को चौंका दिया। इस उपलब्धि में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और अरविंद मेनन की प्रमुख भूमिका मानी जा रही है। अब भाजपा को केंद्रीय नेतृत्व चाहता है की मेनन की सेवाएं मुख्य संगठन में लिया जाए। ऐसे में मप्र की राजनीति को भलीभंाति समझने वाले शर्मा को प्रदेश संगठन महामंत्री बनाया जा सकता है। नए प्रदेश प्रभारी की भी तलाश संगठन में बदलाव के साथ ही भाजपा मप्र में प्रदेश प्रभारी भी बदलने की तैयारी कर रही है। क्योंकि मप्र के प्रभारी महासचिव अनंत कुमार को भी मंत्री बना दिया गया है। आठ साल से मप्र के प्रभारी महासचिव अनंत कुमार बैंगलुरू दक्षिण सीट से पांचवी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं। इस बार उनकी जीत काफी अहम रही क्योंकि उन्होंने नंदन नीलेकणि को पराजित किया है,जो कांगे्रस की ओर से प्रधानमंत्री पद के रूप में एक चर्चित चेहरे के तौर पर कहे जा रहे थे। आडवाणी कैम्प के करीबी कहलाने वाले अनंत कुमार की नजदीकियां मोदी से बहुत गहरी तो नहीं हैं,लेकिन संघ की सिफारिश पर उन्हें मंत्री पद से नवाजा गया है। अब इस सूरत में प्रदेश भाजपा के लिए नए प्रभारी की जरूरत है। इसके लिए संगठन कुछ पूर्व प्रदेश प्रभारियों के साथ ही नए नामों पर भी विचार करेगा।

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