शनिवार, 3 मई 2014

इस बार किसी को बहुमत नहीं

सर्वे: सभी एजेंसियों के आखिरी सर्वे का औसत निकालकर कुछ यूं नजर आ रहा है पार्टियों का हाल
एनडीए 234 तो यूपीए को 112 सीटें मिलने का आसार
272 प्लस के लक्ष्य को साधे आगे बढ़ती भाजपा और कांग्रेस में मतगणना बाद मचेगी भगदड़
भोपाल। 16वीं लोकसभा का गणित पूर्व सर्वेक्षणों के नतीजे में बुरी तरह उलझता दिखाई दे रहा है। गुजरे महिने में सर्वे एजेंसियां कई बार मतदाताओं के मन की थाह लेने उनके दरवाजे पहुंची। अलग-अलग राउंड में नतीजे भी अलग-अलग निकले। मान लिया जाए की फाइनल राउंड में एजेंसियां वोटरों का मूड भापने में कामयाब रही है। तो भी इतना ही साफ होता है की 2014 के समर में भाजपा अपने सहयोगी दलो के साथ सबसे बड़ा गठबंधन बन कर उबरेगी। लेकिन उसके भी सरकार बनाने की बात दावे के साथ नहीं कही जा सकती। विभिन्न सर्वे के नतीजे यही बताते हें कि कोई भी गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगा। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद नेताओं के पाला बदलने का नया दौर फिर से शुरू होगा। जिसमें बाजी किसके हाथ लगेगी यह समय ही बतलाएगाा। नतीजे यह भी बताएंगे की सर्वे कितने सटिक हैं। अभी तक सभी एजेंसियों के सर्वे का औसत निकालने पर हम पाते हैं कि अपने-अपने गठबंधन के साथ भी न तो भाजपा और न ही कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में है। इस बार एनडीए को 234 तो यूपीए को 112 सीटें मिलती नजर आ रही हैं जबकि अन्य को 197।
भाजपा को 205...तो कांग्रेस को 95 ही लोकसभा के चुनाव परिणाम आने में अभी एक माह का समय बाकी है। ऐसे में मतदाताओं का मूड कब किस ओर पलट जाएगा,यह कहा नहीं जा सकता। लेकिन अभी तक हुए सभी सर्वे का औसत निकाला जाए तो भाजपा को 205 और कांग्रेस को 95 सीटें मिलने की संभावना है। सर्वे में तृणमूल को 26 और वामदलों को 21 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। सर्वे में कहा गया है कि जयललिता की अन्नाद्रमुक 24 सीटों पर कब्जा कर सकती है। इसी तरह सपा 15,बसपा 16,बीजेडी 15,जदयू 5 और वाईएसआर को 13 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। लोकसभा चुनाव की तारिखों के ऐलान के बाद ताजा चुनावी सर्वे में साफ हो देश में भजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की लहर है। चुनावी सर्वे में एनडीए की लहर साफ दिखाई दे रही हैं, पर सर्वेक्षण के अनुसार मोदी की लोकप्रियता घटी है। सर्वे में एनडीए बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंचा दिखाया गया है। हलांकि ये बात भी साफ तौर पर बताई गई है कि भाजपा अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकती है। सरकार बनाने के लिए एनडीए को क्षेत्रीय दलों की जरूरत पड़ेगी। दूसरी तरफ यूपीए 100 सीटों के आसपास ही सिमटती दिखाई दे रही हैं। अब तक सत्ता पर बैठी कांग्रेस को 100 सीटों का भारी नुकसान हो सकता है। 17 से 23 फरवरी के बीच देश के कुल छह राज्यों में सर्वे किया गया। कुल 138 लोकसभा क्षेत्र, 148 विधानसभा क्षेत्र और 512 पोलिंग स्टेशन में कुल 9104 लोगों से बातचीत की गई। सर्वे के नतीजों के मुताबिक भाजपा और साथियों को 212 से 232 सीट मिलने की उम्मीद है, जबकि यूपीए गठभंधन को 119 से 139 सीट मिलने के आसार हैं। आम आदमी पार्टी को भी 1 से 5 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं 20 से 28 सीट जीत कर टीएमसी सबसे बड़ा क्षेत्रीय दल बन सकता है। अभी के सर्वे के मुताबिक किसी भी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि एनडीए सरकार बनाने के सबसे करीब होगी। भाजपा ने लगभग दो वर्ष पूर्व से 272 प्लस पर कार्य प्रारंभ कर दिया था। जब तक कांग्रेस या उसके सहयोगी समझ पाते भाजपा काफी निकल चुकी थी। भारतीय राजनीति के जानकारों के अनुसार राष्ट्रीय राजनीति में नरेंद्र मोदी की जिस दमदारी से धमाकेदार इंट्री हुई है उससे भाजपा का ग्राफ एकाएक बढ़ा है। मोदी की लोकप्रियता से एक बार फिर से भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने की आस जगी है। इतिहास की ओर नजर डालें तो देश की लगभग तीन सैकड़ा के करीब लोकसभा की ऐसी सीटें हैं जिन पर भाजपा अपनी जीत का परचम कभी न कभी लहरा चुकी है। जाहिर सी बात है कि वहां पार्टी का जनाधार तो है और ऐसी सीटों को लक्ष्य मानकर उसने अपना कार्य प्रारंभ कर दिया है। सरकार बनाने के लिए 272 का आंकड़ा पाने के लिए नरेंद्र मोदी ने समस्त वर्गों तक पहुंचने के लिए 200 दिनों का लक्ष्य रखा है। इसके लिए वे लगातार सभाएं कर रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर की माने तो भाजपा का लक्ष्य अकेले 272 से अधिक सीटें हासिल करने का है।
मोदी बने प्रधान मंत्री में पहली पसंद प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को देखने वालों की संख्या सबसे ज्यादा बतलाए जाते हैं। अगर सीधा चुनाव हो जाए तो मोदी को सर्वाधिक मत होंगे। 18 प्रदेशों में कराए गए नेशनल ट्रैकर सर्वे में प्रधानमंत्री के रूप में भी नरेंद्र मोदी लोगों की पहली पसंद हैं। आंकडों के अनुसार नरेंद्र मोदी 34 प्रतिशत जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 15 प्रतिशत, सोनिया गांधी 5 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं। उक्त सर्वे में भाजपा का गढ़ माने जाने वाले गुजरात में 26 में से 20 से 25 सीटें मिल रही हैं, कांग्रेस को 1 से 4 सीटें, जबकि अन्य के खाते में 2 सीटें जा सकती हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा को 23 से 27 सीटें और कांग्रेस को 2 से 5 सीटें मिल रही हैं। महाराष्ट्र में भाजपा और उसके सहयोगियों को 25 से 33 सीटें मिल रही हैं, जबकि कांग्रेस को 12 से 20 सीटें और अन्य को 1 से 5 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है।
अब मोदी लहर और भाजपा लहर के बीच छिड़ी रार चुनावी जंग दिलचस्प मोड़ पर। लोकसभा चुनाव की जंग दिन प्रतिदिन दिलचस्प होती जा रही है। कांग्रेस, भाजपा और क्षेत्रीय दलों के बीच छिड़ी लड़ाई अब पार्टी के अंदर की लड़ाई में केंद्रित होती जा रही है। सरकार किसकी बनेगी अभी किसी को नहीं पता पर भाजपा में सत्ता के लिए जंग ठन गई है। भाजपा ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर आगे किया तो चहुंओर मोदी लहर की चर्चा होने लगी। लेकिन जैसे ही चर्चा परवान पर चढ़ी भाजपा के अंदर से ही मोदी लहर की काट की आवाज आनी शुरू हो गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता अब मोदी लहर की जगह भाजपा लहर की बात कहने लगे है। भाजपा में पहले तो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर खींचतान मची। संघ के हस्तक्षेप के बाद जब मामला ठंढा हुआ तो मोदी को इसका दावेदार घोषित किया गया। हालांकि दबे स्वरों में मोदी का विरोध होता रहा। फिर भी मन मारकर मोदी के विरोध करने वाले नेता सत्ता में आने की प्रतीक्षा करने लगे। चार चरणों के चुनाव समाप्त होने के बाद कांग्रेस को बुरी तरह से पिछड़ता देख भाजपा में सत्ता की आस तेज पकड़ ली है। सत्ता की संभावना को देख पार्टी में फिर से जूतमपैजार आरंभ हो गई हैं। बनारस से उम्मीदवारी का दावा छोड़ कानपुर से चुनाव लड़ रहे मुरली मनोहर जोशी ने मौका देख चैका जड़ दिया है। जोशी ने कह दिया कि मोदी लहर नहीं बल्कि भाजपा की लहर चल रही है। मोदी इस लहर का ही एक भाग है। भाजपा की लहर की वजह से ही पार्टी की चर्चा चहुंओर हो रही हैं और उम्मीदवारों को इसका फायदा मिल रहा है। जोशी इतना पर ही नहीं रूके, उन्होंने गुजरात मॉडल को भी नकार दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए मॉडल ही सर्वोपरि है।
बेटिंग मशीन एनडीए के फेवर में! सट्टेबाजों की मानें तो इस बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। जिस तरह की बेटिंग वे कर रहे हैं, उसके मुताबिक एनडीए को 230 के आसपास सीटें मिल सकती हैं। ज्यादातर चुनाव सर्वेक्षणों में भी एनडीए की संभावित सीटों की ऊपरी लिमिट इसी के करीब है। बुकीज के मुताबिक, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल इस खेल में शाहिद अफरीदी सरीखे दिख रहे हैं यानी ऐसा प्लेयर जो हारी हुई बाजी को पलटने का दम रखता हो। केजरीवाल के पीएम बनने की संभावना पर अगर कोई 1 लाख रुपए का दांव लगाए और ऐसा हो जाए तो उसे 1 करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं, सांसद और पीएम बनने के मामले में मोदी बुकीज के फेवरिट दिख रहे हैं। उनके पीएम बनने पर एक लाख रुपए के दांव का रिटर्न 25,000 रुपए मिलेगा।
मप्र में भाजपा का झंडा बुलंद लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में भाजपा का झंडा बुलंद रहने की संभावना है। प्रदेश में शिवराज सरकार की हैट्रिक ने इस झंडे को ऊंचा रखा। सर्वेक्षण में पता चला है कि मध्यप्रदेश में भाजपा को 51 फीसदी वोट (7 फीसदी का फायदा), कांग्रेस को 34 (8 फीसदी का नुकसान) फीसदी वोट और बसपा को 5 फीसदी (1 फीसदी का नुकसान) वोट मिलेंगे। सर्वेक्षण में आश्चर्यजनक रूप से शिवराज सिंह चौहान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से कहीं ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। चौहान को 76 फीसदी लोगों में लोकप्रिय नेता है जबकि मोदी 24 फीसदी लोगों की पसंद है। हंसा रिसर्च ग्रुप के सर्वे में पाया गया है कि मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 24 सीटें भाजपा को मिलने जा रही है जबकि कांग्रेस को 4 और बहुजन समाज पार्टी को 1 सीट मिलेगी। छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों के लिए किए गए सर्वेक्षण में 9 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर कांग्रेस के काबिज होने की बात कही जा रही है।
क्या रहा था 2009 का चुनावी परिणाम- कुल सीटें 543 पार्टी का नाम लोकसभा में सीटें कांग्रेस 206 भाजपा 116 सपा 23 बसपा 21 तृणमूल 19 द्रमुक 18 जद (यू) 20 माकपा 16 बीजद 13 शिवसेना 11 अन्नाद्रमुक 9 एनसीपी 9 अकाली 4 अन्य 58 ......... 2009 में गठबंधन की स्थिति- गठबंधन सीटें यूपीए 262 एनडीए 160 अन्य 121 ............... विभिन्न सर्वे में 2014 में पार्टियों की स्थिति टाइम्स नॉउ और सी-वोटर अप्रैल 2013 जुलाई 2013 फरवरी 2014 एनडीए 184 156 227 यूपीए 113 136 101 अन्य 89 251 215 भाजपा 141 131 202 कांग्रेस 113 119 89 एसपी 35 33 20 बीएसपी 26 28 21 टीएमसी 27 22 24 ्रएआईडीएमके 27 29 27 लेफ्ट फ्रंट 26 33 23 बीजेडी 13 12 12 वाईएसआर कांग्रेस 12 14 13 ...... सीएनएन-आईबीएन-लोकनीति-सीएसयूएस जुलाई 2013 फरवरी 2013 मार्च 2014 एनडीए 172-180 212-232 234-246 यूपीए 149-157 119-139 111-123 अन्य 147-155 192-212 बीजेपी 156-164 193-213 206-218 कांग्रेस 131-139 94-110 94-106 एसपी 17-21 11-17 11-17 बीएसपी 15-19 8-14 10-16 टीएमसी 23-27 20-28 23-29 ्रएआईडीएमके 16-20 16-20 15-21 लेफ्ट फ्रंट 22-28 1-23 14-20 बीजेडी 12-15 10-16 10-16 वाईएसआर कांग्रेस 11-15 11-17 9-15 ................. एबीपी न्यूज-निलसन पोल जनवरी 2014 फरवरी 2014 मार्च 2014 एनडीए 226 236 233 यूपीए 101 92 119 अन्य 216 215 191 बीजेपी 210 217 209 कांग्रेस 81 73 91 एसपी - 14 12 बीएसपी - 13 17 टीएमसी - 29 28 ्रएआईडीएमके - 19 21 लेफ्ट - 29 15 बीजेडी - 16 17 वाईएसआर कांग्रेस - 17 - ......... एनडीटीवी फोर कास्ट जनवरी 2014 मार्च 2014 एनडीए 229 239 यूपीए 129 123 अन्य 185 161 बीजेपी 195 214 कांग्रेस 105 104 एसपी - 13 13 बीएसपी - 16 07 टीएमसी - 32 28 ्रएआईडीएमके - 27 25 लेफ्ट - 29 22 बीजेडी - 17 18 वाईएसआर कांग्रेस - 19 10 .............. इंडिया टुडे - जनवरी 2014 एनडीए 212 यूपीए 103 अन्य 228 बीजेपी 188 कांग्रेस 91 एसपी 20 बीएसपी 25 टीएमसी 23 ्रएआईएडीएमके 29 लेफ्ट फ्रंट 27 बीजेडी 13

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