शनिवार, 11 दिसंबर 2010

मनरेगा में सवा दो करोड़ रूपए की अनियमितता

बड़वानी। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में लगभग सवा दो करोड़ रूपए की अनियमितताओं के सिलसिले में शुक्रवार को चार थानों (सिलावद, पानसेमल, निवाली और खेतिया) में आठ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। एसपी आरएस मीणा के मुताबिक, इनमें से कुछ सेवानिवृत्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर पदस्थ हैं।
तीन साल पहले जिले के एक दर्जन कार्यो में अनियमितताओं की शिकायत लोकायुक्त में की गई थी, जिनकी जांच राज्यस्तर पर उच्चस्तरीय दल से कराई गई थी। इसमें पाया गया कि निर्माण कार्यो के दौरान दो करोड़ 12 लाख 20 हजार रूपए से अधिक की अनियमितताएं की गर्ई। इस आधार पर ही जिला प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए।

ये हैं आठ
एसपी मीणा के मुताबिक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के तत्कालीन प्रभारी कार्यपालन यंत्री आरएस राठौर, तत्कालीन सहायक यंत्री एमएल पाराशर और वाईएस नेगी तथा पांच तत्कालीन उपयंत्रियों सतीश राणे, एसएस अली, राकेश आरसे, एसके मंडलोई और एसके आर्य के खिलाफ सरकारी धन के दुरूपयोग और अन्य धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें