बुधवार, 2 अप्रैल 2014

1000 करोड़ खर्च होंगे राहुल की ब्रैंडिंग पर !

कांग्रेस जमीनी स्तर के वोटर्स तक पहुंचने के लिए संवाद का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। इसी के मद्देनजर पार्टी अपने प्रचार और विज्ञापन के लिए कम्युनिकेशन के हर मंच का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रचार की इस पूरी कवायद के केंद्र में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हैं। जिनकी इमेज ब्रैंडिंग के लिए पार्टी बड़े पैमाने पर विज्ञापन और प्रचार कर रही है। राहुल को केंद्र में रखकर पार्टी की बात पहुंचाने के लिए कांग्रेस प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर सोशल मीडिया मसलन- टि्वटर, फेसबुक और यूट्यूब के साथ-साथ एसएमएस जैसे माध्यमों की मदद ली जा रही है। एक हजार करोड़ होंगे खर्च : शुरू में कहा गया था कि राहुल गांधी की इमेज ब्रैंडिंग के लिए 500 करोड़ का कैंपेन प्लान रखा गया था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, चुनावों के नजदीक आते-आते इसके अब दोगुने तकरीबन 1000 करोड़ के होने की संभावना जताई जा रही है। अब तक 300 करोड़ खर्च : जनवरी से लेकर मार्च तक सिर्फ दो महीने में राहुल पर केंद्रित विज्ञापनों पर अब तक पार्टी 300 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। कांग्रेस के लिए यह काम जापान की एक बड़ी पीआर कंपनी डेन्सुक सहित स्पैन, परफेक्ट रिलेशन, पीनैकल जैसी देश की बड़ी पीआर व इवेंट मैनेजमेंट कपंनियां कर रही है। ये तीनों कंपनिया मिलकर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विज्ञापनों और कंटेट की जिम्मेदारी संभाल रही हैं जबकि परफेक्ट रिलेशंस सोशल मीडिया मसलन टि्वटर, फेसबुक व यूट्यूब पर कांग्रेस व राहुल गांधी से जुड़ी जानकारी उपलब्ध करा रही है। आने वाले दिनों में कांग्रेस की योजना एसएमएस के जरिए राहुल का संदेश आम लोगों तक पहुंचाने की है। इसका जिम्मेदारी पीनैकल नामक कंपनी को दी गई है। इस सर्विस में राहुल गांधी मैसेज उन्हीं की आवाज में देने की योजना पर काम चल रहा है। इस सर्विस के जरिए मोबाइल यूजर्स को अपने इलाके के कैंडिडेट का नाम व उसके बारे में जानकारी, पोलिंग की डेट, उसकी सीट पर महत्वपूर्ण नेताओं की रैलियों व सभाओं की जानकारी वगैरह मिल सकेगी।

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